Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2024 · 1 min read

दोस्ती

दोस्तों पर भरोसा छोड़ दिया हमने
दुश्मनों से भी नाता तोड दिया हमने

परेशान था मैं रोज बदले चेहरों से
आईने से रिश्ता जोड़ दिया हमने

आज बरसा था सावन झूम कर
बूंदों में अश्कों छोड़ दिया हमने

हर दफा मेरी पीठ पर बेवफाई थी
तो वफा को ही निचोड़ दिया हमने

तुझे तो कुछ कहा नहीं प्रतिभा ने
बस अकड़ को मरोड़ दिया हमने

सलामत रहे ए मेरे दोस्तों में छिपी दुश्मनी
ये दोस्ती निभाना कबका छोड़ दिया हमने

Language: Hindi
1 Like · 44 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
gurudeenverma198
🙅याद रखना🙅
🙅याद रखना🙅
*प्रणय प्रभात*
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
Ranjeet kumar patre
हाथ में खल्ली डस्टर
हाथ में खल्ली डस्टर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
वादा
वादा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
LIVE IN THE PRESENT
LIVE IN THE PRESENT
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
Er.Navaneet R Shandily
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
Seema gupta,Alwar
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
मुक्तक ....
मुक्तक ....
Neelofar Khan
*प्यार का रिश्ता*
*प्यार का रिश्ता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
शेखर सिंह
4296.💐 *पूर्णिका* 💐
4296.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"लेकिन"
Dr. Kishan tandon kranti
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
Shyam Sundar Subramanian
वतन-ए-इश्क़
वतन-ए-इश्क़
Neelam Sharma
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
Ravi Prakash
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
Shweta Soni
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
भरत कुमार सोलंकी
"मैं" एहसास ऐ!
Harminder Kaur
"रेलगाड़ी सी ज़िन्दगी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
मेरी ख़्वाहिश ने
मेरी ख़्वाहिश ने
Dr fauzia Naseem shad
बेटियां।
बेटियां।
Taj Mohammad
इस नये दौर में
इस नये दौर में
Surinder blackpen
Loading...