दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
साथ तेरे हम खिल खिलाकर मुस्कुराते हैं।
जब से छोड़ा है तूने साथ ऐ_हमदम
जबसे हम मुस्कुराने को तरस जाते हैं।
Phool gufran
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
साथ तेरे हम खिल खिलाकर मुस्कुराते हैं।
जब से छोड़ा है तूने साथ ऐ_हमदम
जबसे हम मुस्कुराने को तरस जाते हैं।
Phool gufran