दोस्ती के नाम…..
…….दोस्ती के नाम…..
संग फिजा के दोस्ती की महक भेजना
सर पर हमेशा मुश्किल में हाथ रखना
डूबते सूरज के हाथ थोड़ी रोशनी भेजना,
संग चांद के थोड़ी चांदनी भेजना…
कड़कती धूप में
पेड़ की छाया बनना
बरसती बरसात में
तुम छत्री कहलाना
यह दोस्ती के हर वादे को निभाना
करीब आए हो दिल के
अब दूरियां का गम खत्म कर देना
जिंदगी सताये
गर आये आंखों में आँसू
मुझे याद करना
मुझे तुम बुलाना
ऐ दोस्त
यादों के खजाने को सजाना
बस तोहफे में तुम दोस्ती को निभाना
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नौशाबा जिलानी सुरिया