देश
प्यार करना है तो वतन से करो,
सनम में क्या रक्खा है,
अलग ही करना है तो अपने दुश्मनी को करो,
कश्मीर में क्या रक्खा है,
निकाल कर फैंक दो नफरतों को दिल से,
इस नफरत को मोहब्बत की जगह संभाल कर क्या रक्खा है।
प्यार करना है तो वतन से करो,
सनम में क्या रक्खा है,
अलग ही करना है तो अपने दुश्मनी को करो,
कश्मीर में क्या रक्खा है,
निकाल कर फैंक दो नफरतों को दिल से,
इस नफरत को मोहब्बत की जगह संभाल कर क्या रक्खा है।