देश है तो हम हैं
//मुक्तक//
देश है तो हम हैं, यह भान होना चाहिए।
देश के प्रति दिल में, सम्मान होना चाहिए।
जीते तो सभी हैं यहांँ, आन-बान-शान के लिए।
देश के लिए जो मर-मिटे, वो जान होना चाहिए।।
स्वरचित –
– लोकनाथ ताण्डेय ”मधुर”
बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़)