देश भक्ति गीत
सैन्य के ये जवाँ काम क्या कर गए
क़र्ज़ अपने वतन का अदा कर गए
ए वतन…… मेरे वतन….!
ए वतन…… प्यारे वतन….!
थक गए थे मगर वो रुके ही नहीं
मौत के सामने वो झुके ही नहीं
माटी के लाल वो माटी में सो गए
धूल में दुश्मनों को मिला कर गए
सैन्य के ये जवाँ काम क्या कर गए
क़र्ज़ अपने वतन का अदा कर गए
ए वतन…… मेरे वतन….!
ए वतन…… प्यारे वतन….!
नाज़ तो हैं हमें हिन्द की फौज पर
चल रही गोलियाँ पर रहे वो निड़र
मौत से ज़िन्दगी वो चुरा कर गए
खौंफ तो वैरियों में बिठा कर गए
सैन्य के ये जवाँ काम क्या कर गए
क़र्ज़ अपने वतन का अदा कर गए
ए वतन…… मेरे वतन….!
ए वतन…… प्यारे वतन….!
धर्म की भिन्नता, भिन्न है जातियाँ
सुर सदा एक हो, भिन्न हो बोलियाँ
बागबाँ ये गुलिस्ताँ सजा कर गए
एकता का सबक वो सिखा कर गए
सैन्य के ये जवाँ काम क्या कर गए
क़र्ज़ अपने वतन का अदा कर गए
ए वतन…… मेरे वतन….!
ए वतन…… प्यारे वतन….!
नीलम शर्मा ✍️