देश प्रेम
देश रूपी शमा पर जो मिट गए ,
आज के दिन ज़रा उन परवानों को भी याद कर लो ,
देखीं होंगी ज़माने में तुमने बहुत से मुहोबतें ,ज़रा इनकी पाक़ मुहोबत को भी आज के दिन नवाज़ लो.
देश रूपी शमा पर जो मिट गए ,
आज के दिन ज़रा उन परवानों को भी याद कर लो ,
देखीं होंगी ज़माने में तुमने बहुत से मुहोबतें ,ज़रा इनकी पाक़ मुहोबत को भी आज के दिन नवाज़ लो.