Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

देवों के देव महादेव

मुक्ति का धाम यह काशी
यहाँ हर कोई तेरा पुजारी,
पर आज उल्टी हवा चली
ममता पर मौत है भारी।

मौत की ले कामना कई
मंगल मौत पर मनाते है,
पर हादसे ऐसे भीषण
तेरे पर प्रश्नचिन्ह लगाते है।

कराहती धरती उड़ीसा की
लाशों के लग गये है ढेर,
कट कर चहु ओर बिखरे
मानव तन जैसे तीतर बटेर।

देवों के देव महादेव
कैसा बन रहा यह योग,
दैवी आपदाएं अनवरत
संयोग बन रहा है वियोग।

दाव पर लग गयी है प्रभु
अब देवों की प्रभुताई,
नाहक जग छोड़ा अनेकों ने
हो रही है अब जगहँसाई।

दया के सिंधु है आप
कृपा के रहे है सागर,
अब तो पुकार सुन लो
लाशों से भर गयी गागर।

गुनहगार कोई भी हो
निर्मेष इन निर्मम मौतों का,
बस जिद यह हमारी है
हो बंद खेल ऐसी फौतों का।

निर्मेष

249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
View all
You may also like:
3971.💐 *पूर्णिका* 💐
3971.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण
सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण
अशोक कुमार ढोरिया
Them: Binge social media
Them: Binge social media
पूर्वार्थ
"औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
Manisha Manjari
*दो तरह के कुत्ते (हास्य-व्यंग्य)*
*दो तरह के कुत्ते (हास्य-व्यंग्य)*
Ravi Prakash
चल बन्दे.....
चल बन्दे.....
Srishty Bansal
महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी
महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी
Seema gupta,Alwar
পৃথিবী
পৃথিবী
Otteri Selvakumar
नसीब की चारदीवारी में कैद,
नसीब की चारदीवारी में कैद,
हिमांशु Kulshrestha
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
Dr Archana Gupta
दिल का मौसम सादा है
दिल का मौसम सादा है
Shweta Soni
💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖
💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖
Neelofar Khan
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
Basant Bhagawan Roy
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
"कभी मेरा ज़िक्र छीड़े"
Lohit Tamta
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
करके याद तुझे बना रहा  हूँ  अपने मिजाज  को.....
करके याद तुझे बना रहा हूँ अपने मिजाज को.....
Rakesh Singh
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
Nakul Kumar
रमेशराज के शिक्षाप्रद बालगीत
रमेशराज के शिक्षाप्रद बालगीत
कवि रमेशराज
*तंजीम*
*तंजीम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरा सपना
मेरा सपना
Adha Deshwal
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
शिव प्रताप लोधी
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
VINOD CHAUHAN
🙅कमाल का धमाल🙅
🙅कमाल का धमाल🙅
*प्रणय*
वामांगी   सिखाती   गीत।
वामांगी सिखाती गीत।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...