देर आए दुरुस्त आए…
देर आए दुरुस्त आए……
“देर आए दुरुस्त आए” वाली कहावत चीन के हांग्जो में चल रहे एशियाई गेम्स में यथार्थ होती हुई नजर आ रही है। साल 1951 में इसका आयोजन पहली बार भारत में ही हुआ था। उस वक्त एशियाई खेलों में भारत को 51 पदक मिले थे जिनमें 15 गोल्ड शामिल थे। इसके बाद पूरे 31 साल तक भारत कई बार एशियन गेम्स 50 पदको के आंकड़ों को भी नहीं छू सका। दिल्ली को जब एशियन गेम्स 1982 में मेजबानी मिली तब जाकर भारत ने 57 पदक जीते एशियन गेम के 72 साल के इतिहास में कई बार ऐसा भी हुआ कि पदको की संख्या 13 से 25 के बीच रही ।
पदको का विवरण इस प्रकार है:
1974 में 84 पदक, 1978 में 28 पदक, 1982 में 57 पदक 1986 में 37 पदक ,1990 में 23 पदक ,1994 में 23 पदक, 2002 में 35 पदक, 2006 में 53 पदक ,2010 में 65 पदक ,2014 में 57 पदक ,2018 में 70 पदक ,और 2023 हमारे लिए 70+ पदों के साथ पथ पर अग्रसर है। एशियन गेम्स में 72 साल के इतिहास में भारत को पहली बार 70 से ज्यादा पदक हासिल हुए हैं। चीन के हांग्जो में चल रहे एशियाई गेम 2013 में 11वें दिन भारत ने 70 प्लस पदक जीतने का रिकॉर्ड कायम किया है।
इस बार पद को की संख्या में इजाफा होना तय है क्योंकि अभी एशियन गेम्स में चार दिन बाकी है।
हरमिंदर कौर
अमरोहा (यूपी)