“देख मेरा हरियाणा”
“देख मेरा हरियाणा”
दूध दही की सै भरमार
रोटी गल्यां लस्सी तैयार
आदमी लुगाई जमा देशी
रोज खावै ये देशी खाणा,
नौजल चलाकी पाणी लावै
पायचा सम्हाकी लाइन बदलै
टेकटर मै तेज गाणा बजाकी
खेल पै बैठकी रोज नहाणा,
दामण गल्यां पहरै सै जूत्ती
इणकी चाल भी सै कसूती
धोती गल्यां बांधै सैं खंडुआ
इनका सै जमा देशी बाणा,
लठ मारणी भाषा मीनू की
जीबे तो कहवै हरयाणवी
तूं तड़ाका कर हाम बोलां
देख भाई मेरा हरियाणा।