देखो आई होली
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आनंद उमंग संग लाए,
रास रंग रंगोली.।
धरती अंबर लाल हुए,
देखो आई होली ।
बज उठी कान्हा की बंसी,
नाचे राधा प्यारी ।
आओ मिल प्रेम रंग बाँटे,
भर भर कर पिचकारी।
रंगों में प्रेम रंग प्यारा,
रँग दो दुनिया सारी।
फिर से रंग रास हो जाए,
झूमे हर नर – नारी।
आज प्रिय ऋतु राज बसंत की,
रति स्नेह रंग घोली।
देखो आई होली………
ढोल, चंग, मंजीरे बाजे,
फगुआ गीत सुनाते।
सतरंगी सपने अबीर के,
आँखों में बस जाते।
बूढ़े भी जवान हो उठते,
जब – जब होली आते।
मद मस्त फागुन का महीना,
सबके मन को भाते.।
मधुकर मादक सा गंध लिए,
पवन करे अठखेली।
देखो आई होली….
आनंद उमंग संग लाए,
रास रंग रंगोली.।
धरती अंबर लाल हुए,
देखो आई होली ।
????-लक्ष्मी सिंह ??