जोड़ियाँ
देखकर के —
लड़के की सरकारी नौकरी,
अच्छा-सा मकान,
गाँव में खेत-खलिहान,
और लेकर के
मनचाहा दहेज,
अपनी मनपसन्द कार,
और तमाम तरीके के उपहार,
लड़के और लड़की वाले
कहते हैं
बड़ी निर्लज्जता से, कि —
‘जोड़ियां तो ऊपर वाला बनाता है’।
देखकर के —
लड़के की सरकारी नौकरी,
अच्छा-सा मकान,
गाँव में खेत-खलिहान,
और लेकर के
मनचाहा दहेज,
अपनी मनपसन्द कार,
और तमाम तरीके के उपहार,
लड़के और लड़की वाले
कहते हैं
बड़ी निर्लज्जता से, कि —
‘जोड़ियां तो ऊपर वाला बनाता है’।