*”दृष्टिकोण”*
“दृष्टिकोण”
हरेक इंसान की सोचने समझने का दृष्टिकोण अलग अलग होता है जिसकी जैसी बुद्धि होगी वैसी सोच दृष्टिकोण होगा
वैसे तो हर इंसान बुद्धिमान है लेकिन कठिन परिस्थिति सामने आ जाने पर विपरीत दिशा दृष्टिकोण अपनाता है।
हर उम्र का व्यक्तियों की अलग अलग सोच नजरिया बदल जाता है छोटे बच्चों में मस्ती छाई रहती है युवा पीढ़ी अपने भविष्य को लेकर नई दिशा सोच विचार रखता है। बुजुर्गों में अपने पुराने जमाने के अनुभवों से सोच दृष्टिकोण रखते हैं पुरानी परंपरा संस्कृति को दोहराते हुए जीवन जीते हैं।
जबकि आज वर्तमान स्थिति में लोग नये विचारों को लेकर अपने विचार प्रगट करते हैं।
आज वर्तमान स्थिति में कोरोना महामारी से निपटने के लिए सर्तकता सावधानियां बरतने वाले कुछ लोगों की सोच सही दिशा में जा रही है कुछ नकरात्मक दृष्टिकोण अपना रहे हैं जो गलत विचारों को प्रभावित कर रही है।
अफवाहों कुदृष्टि से हर व्यक्ति परेशान हो गया है।
कोई भी व्यक्ति को सही मार्गदर्शन मिले अच्छी बातों का ज्ञान दिया जाय तो वह सोच बदल सकता है लेकिन वही घिसी पीटी पुरानी मान्यताएं धारण करें तो वही हालत खराब कर देता है।
एक गलत सोच कहीं भी लेकर जा सकता है और अच्छी सोच विचार सही दृष्टिकोण जीवन में उत्साहित कर सही मार्गदर्शन देता है।
हमेशा सोचने समझने की शक्ति सही दिशा में प्रेरित करने से कार्य सफल होता है।
आस्था दृढ़ इच्छाशक्ति विश्वास उचित दृष्टिकोण जरूरी है।
अपने अंतर्मन में सकरात्मक सोच विचार रखेंगे तो हमेशा अच्छा ही होगा।
मन मे गलत धारणा बनाने से वही दिमाग में चलते रहता है और इंसान भटकने लगता है बुद्धि का सही समय पर सोचने अच्छे विचार लाने से आने वाले समयानुसार अच्छा ही परिणाम मिलेगा।
अच्छे सकरात्मक सोच विचार दृष्टिकोण रखें खुश रहे ईश्वर पे विश्वास रखे सभी कार्य सफलता की ओर आकर्षित होते जायेंगे।
सिर्फ हमें अपने सोचने समझने की शक्ति को नजरिया को बदलना होगा।
अच्छी सोच चिंतन मनन वातावरण को भी प्रभावित करती है इसलिए सोच बदलिए नजरिया बदलिये सब अच्छा ही होगा
सुख का सूरज फिर निकलेगा नई दिशा मार्ग बदलेगा वो सुबह फिर आएगी
शशिकला व्यास ✍️