दूर हमसे वो जब से जाने लगे हैंं ।
दूर हमसे वो जब से जाने लगे हैंं ।
सपने भी हमें अब सताने लगे हैं ।।
प्यार बिना अब रहना है मुश्किल ।
हम बिना दर्द आंसू बहाने लगे हैं ।।
रूठे अगर किसी बात पर हमसे ।
बड़े प्यार से हम अब मनाने लगे हैं ।।
उन्हीं को समझ लिया है अपना ।
बातों पर भी हक जताने लगे हैं ।।
पलकों पर अपने बिठा कर रखा।
वह हमको अब आँखें दिखाने लगे है।।
अनिल इज्जत इतनी प्यारी है उनको ।
हमारे प्यार को जग से छुपाने लगे हैं।।
Lee24सा अनिल (चित्तौड़गढ़)