Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2016 · 1 min read

दूध के दाँत

दूध के दाँत
*************
-डाक्टर साहब ! मुझे ये वाला दाँत निकलवाना है !

-इसे निकलवाने की क्या जरूरत है बेटा ! कच्चा दांत है ! दूध के दाँत खुद ही निकल जाते हैं बेटा !

-अपनी फीस बताइये डाक्टर साहब ! ज्यादा टाल-मटोल मत कीजिए ! परेशान हो चुका हूँ मैं दूध के इन दाँतों से ! जब भी कोई डिसीजन लेने जाता हूँ, माँ-बाप भी ताने देते हैं । कहते हैं- “दूध के दाँत तो टूट जाने दो ” !

– आज मैं तुड़वा कर ही रहूँगा दूध के इस आखिरी दाँत को ! अपनी राह के रोड़े को !

… बेटा अब बड़ा हो रहा था ।
*******************************************************************************
हरीश चन्द्र लोहुमी, लखनऊ (उ॰प्र॰)
*******************************************************************************

Language: Hindi
2 Comments · 744 Views

You may also like these posts

Life is not a cubic polynomial having three distinct roots w
Life is not a cubic polynomial having three distinct roots w
Ankita Patel
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
gurudeenverma198
"" *तथता* "" ( महात्मा बुद्ध )
सुनीलानंद महंत
"क्यूं किसी को कोई सपोर्ट करेगा"
Ajit Kumar "Karn"
मैं आँखों से जो कह दूं,
मैं आँखों से जो कह दूं,
Swara Kumari arya
मत (वोट)की महत्ता
मत (वोट)की महत्ता
Rajesh Kumar Kaurav
हमनवा हमनवा
हमनवा हमनवा
दीपक झा रुद्रा
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"कलम की अभिलाषा"
Yogendra Chaturwedi
SHER-
SHER-
*प्रणय*
दोहे आज के .....
दोहे आज के .....
sushil sarna
बहकते हैं
बहकते हैं
हिमांशु Kulshrestha
इसका मत
इसका मत
Otteri Selvakumar
*जिंदगी*
*जिंदगी*
नेताम आर सी
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
Rj Anand Prajapati
मन के हारे हार है
मन के हारे हार है
Vivek Yadav
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
तुमने - दीपक नीलपदम्
तुमने - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आजकल की बेटियां भी,
आजकल की बेटियां भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आईने के सामने
आईने के सामने
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इच्छाएं.......
इच्छाएं.......
पूर्वार्थ
किसलिए
किसलिए
Arvind trivedi
एहसास.....
एहसास.....
Harminder Kaur
"बेटियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
समय की बहती धारा में
समय की बहती धारा में
Chitra Bisht
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
Krishna Manshi
Loading...