दुष्प्रचार का नतीज़ा
आदिवासियों का सामूहिक जनसंहार करने से पहले उनका नक्सलाइट के तौर पर प्रचार किया जाता है। फिर उनके लिए किसी के दिल में हमदर्दी नहीं उठती और इस जघन्य हत्या काण्ड को भी जायज ठहरा दिया जाता है..!
आदिवासियों का सामूहिक जनसंहार करने से पहले उनका नक्सलाइट के तौर पर प्रचार किया जाता है। फिर उनके लिए किसी के दिल में हमदर्दी नहीं उठती और इस जघन्य हत्या काण्ड को भी जायज ठहरा दिया जाता है..!