Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2016 · 1 min read

दुश्मन

_लघुकथा _
दुश्मन
युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर लड़ते हुए वे दोनों, एक हैण्डग्रेनेड से बुरी तरह चोटिल होकर वीरान प्रदेश की इस गहरी खाई में आ गिरे थे।
होश आने पर पाया..दोनों के अतिरिक्त दूर-दूर तक कोई नही था। एक दूसरे को देखकर वे मुस्कराए। ऐसे हालात में किसी दूसरे का साथ पाकर उन्हें स्वभाविक प्रसन्नता हुई थी।घावों की पीड़ा से दोनों का रोम-रोम जल रहा था और अन्तड़ियां..मारे भूख-प्यास के बिलबिला रही थीं।
एक की बोतल में थोड़ा पानी था। सहसा आगे बढ़कर उसने, दूसरे के सामने पानी पेश कर दिया। होंठ तर होते ही दूसरे की बुझती आंखों को जैसे नई रौशनी मिल गई। कांपते हाथों से उसने अपनी जेबें टटोली और चॉकलेट का एक पुराना टुकड़ा निकालकर पहले के मुंह में ठूंस दिया। इस अपनत्व से दोनों की आंखें भर आई थीं।
आंसुओं का सैलाब कुछ थमा तो..दोनों बेहद चिंताग्रस्त हो गए। वे कर्तव्यपरायण सैनिक थे और उनके देश परस्पर दुश्मन थे! यों मित्रता करके अपने-अपने मुल्क से गद्दारी भला वे, कैसे कर सकते थे!!
“ब्रेव यंगमैन..आओ हम लड़कर दम तोड़ दें।” प्रतियुत्तर में दूसरे ने भी हूंकार भरी।
कुछ देर के पश्चात वहां एक दूसरे का हाथ थामे दो लाशें पड़ी थीं..दूर कहीँ सैनिक परेड की आवाज़ भी गूंज रही थी।

(यह लघुकथा ‘दुश्मन’ दिनांक 28.8.16 को सम्पन्न लघुकथा-इतिहास की प्रथम “फ़ेसबुक लघुकथा-संगोष्ठी” का हिस्सा भी बन चुकी है..अधिकाधिक पाठकजन तक पहुंचाकर आपका मत जानने के निमित्त इसे..यहां पुनः प्रस्तुत किया जा रहा है!)

Language: Hindi
427 Views

You may also like these posts

बलदेव छठ
बलदेव छठ
Mahesh Jain 'Jyoti'
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
3943.💐 *पूर्णिका* 💐
3943.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तुझसे शिकायत है ए जिंदगी
तुझसे शिकायत है ए जिंदगी
Narendra Narendra
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Chaahat
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सुनो बंजारे
सुनो बंजारे
Santosh Soni
"मित्रता प्रस्ताव
*प्रणय*
कविता
कविता
Rambali Mishra
डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
Dr Archana Gupta
भावनाओं से सींच कर
भावनाओं से सींच कर
Priya Maithil
#हक़ीक़त
#हक़ीक़त
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हिंदी दिवस पर सुधीर श्रीवास्तव
हिंदी दिवस पर सुधीर श्रीवास्तव "हिंदी रत्न" "हिंदी सेवी", "हिंदी गौरव", हिंदी कथा साहित्य " सम्मान से सम्मानित
Sudhir srivastava
आसन
आसन
ज्योति
प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला )
प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला )
श्रीहर्ष आचार्य
एक मजदूर ने सिखाया
एक मजदूर ने सिखाया
Krishna Manshi
" मेरा गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
Phool gufran
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ लोग ज़िंदगी में
कुछ लोग ज़िंदगी में
Abhishek Rajhans
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
पूर्वार्थ
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
Quote Of The Day
Quote Of The Day
Saransh Singh 'Priyam'
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
“बायोमैट्रिक उपस्थिति”
“बायोमैट्रिक उपस्थिति”
Neeraj kumar Soni
Mere Dil mein kab aapne apna Ghar kar liya
Mere Dil mein kab aapne apna Ghar kar liya
Jyoti Roshni
*निरोध (पंचचामर छंद)*
*निरोध (पंचचामर छंद)*
Rituraj shivem verma
यह सच है कि हिन्दुस्तान खतरे में है
यह सच है कि हिन्दुस्तान खतरे में है
Jitendra kumar
Loading...