दुश्मन ने छल-बल के बूते अपनी शातिर चालों से,
दुश्मन ने छल-बल के बूते अपनी शातिर चालों से,
रचा कथानक कायरता का उलट-पलट के मोड़ गए।
असली छप्पन इंची वो थे, गाढ़ तिरंगा चोटी पे।
मां की जय का सिंहनाद कर इस दुनिया को छोड़ गए।।
😘प्रणय प्रभात😘
दुश्मन ने छल-बल के बूते अपनी शातिर चालों से,
रचा कथानक कायरता का उलट-पलट के मोड़ गए।
असली छप्पन इंची वो थे, गाढ़ तिरंगा चोटी पे।
मां की जय का सिंहनाद कर इस दुनिया को छोड़ गए।।
😘प्रणय प्रभात😘