दुश्मन की करतूत —डी. के. निवातियाँ
देख ली आज फिर से दुश्मन की करतूत
वार किया है पीठ पे धोखे से बन यमदूत
गीदड़ बन हर्षाये है बहा निर्दोषो का खून
हिम्मत हो तो सामने आ अभी उतारे भूत !!
!
!
!
डी. के. निवातियाँ _____@@@
देख ली आज फिर से दुश्मन की करतूत
वार किया है पीठ पे धोखे से बन यमदूत
गीदड़ बन हर्षाये है बहा निर्दोषो का खून
हिम्मत हो तो सामने आ अभी उतारे भूत !!
!
!
!
डी. के. निवातियाँ _____@@@