*दुनिया में नाटककार बड़े*
दुनिया में नाटककार बड़े
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नेता अभिनेता से भी बड़े,
दुनिया मे नाटककार बड़े।
सच्चाई से नहीं लेना देना,
कहलवाते तजुर्बेकार बड़े।
जिनके दम खाते हैँ रोटी,
उनका करें बहिष्कार बड़े।
लाल लहू के वो सौदागर,
कहते रहते सेवादार बड़े।
बनाए है बड़े महल चुबारे,
थे गरीबों के सरदार बड़े।
खुद की झोली बड़ी भारी,
बगीचे लूटे फलदार बड़े।
हक जन के छीनते छीनते,
बन गये वो मददगार बड़े।
मनसीरत सारी मछलियाँ,
करती आई हैँ शिकार बड़े।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)