दुनिया में दो तरह के लोग पाए जाते हैं। एक सूखा खाकर “सुखी” र
दुनिया में दो तरह के लोग पाए जाते हैं। एक सूखा खाकर “सुखी” रहने वाले, दूसरे गीला (तर) खाकर भी दिन-रात “गिला” करने वाले।
🙅प्रणय प्रभात🙅
दुनिया में दो तरह के लोग पाए जाते हैं। एक सूखा खाकर “सुखी” रहने वाले, दूसरे गीला (तर) खाकर भी दिन-रात “गिला” करने वाले।
🙅प्रणय प्रभात🙅