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24 Jul 2021 · 1 min read

दुनिया में उपयोग

नभचर हो या जानवर, करें अगर सहयोग ।
कर सकते हर वस्तु का,दुनिया में उपभोग ।
दुनिया में उपभोग, निभायें भाईचारा ।
नहीं मिलेंगे कष्ट, प्रेम की होगी धारा ।
कह रमेश कविराय,रहे जो सारे मिलकर ।
नहीं सहेंगे दुःख, जगत में थलचर नभचर ।।
रमेश शर्मा.

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