दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
जिन्दा को चालाक बताया, मरने पर वह भोला कहलाया
जीवन को दुःखी बतलाया, मर जाने पर वह सुखी हो पाया
जीवित भाई – भाई को दुश्मन बताया, मर ने पर सगा बतलाया
पंछी पिंजरे में बहुत फड़फडाया, उड़ता पंछी ही खुश हो पाया
जीवन में यही समझ नहीं आया, प्रकृति ने भी यही समझाया
आत्मा का है भार बतलाया, मौत को हल्का महसूस कराया
जिन्दा को पानी ने भी डुबोया, मरने पर तैरा कर किनारे पहुँचाया
जीवन का खेल सब जानो, मौत ही सत्य है ये भी तुम जानो
सत्य निष्ठा, सेवा भाव से खेलों, हार जीत परिणाम न मानो
खुल कर जीवन को जिले यार, मरजाने पर ही मिलता है मान
मौत ही है सच्चा यार, यही जीवन का मुझको दिलायेगा सम्मान
अनिल चोबिसा
9829246588