दुनियां एक हकीकत है,,
दुनिया एक हक़ीक़त है, इसका भी एहसास करो,
दर्पण को घिसना बंद करो, अंतर्मन को साफ करो।
जिसको मिथ्या कहते हो, वह भी ईश्वर का प्रकटन है,
कण-कण में ग़र ईश्वर है, तो दुनिया पर विश्वास करो।
दुनिया एक हक़ीक़त है, इसका भी एहसास करो,
दर्पण को घिसना बंद करो, अंतर्मन को साफ करो।
जिसको मिथ्या कहते हो, वह भी ईश्वर का प्रकटन है,
कण-कण में ग़र ईश्वर है, तो दुनिया पर विश्वास करो।