दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं
दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं
ख़ामोशी को कमज़ोरी समझने वालो को
समझा दो, चेता दो,
अगर जिन्दा दिखना है
कोहराम मचा दो
हिमांशु Kulshreshtha
दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं
ख़ामोशी को कमज़ोरी समझने वालो को
समझा दो, चेता दो,
अगर जिन्दा दिखना है
कोहराम मचा दो
हिमांशु Kulshreshtha