Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2024 · 1 min read

*दुख का दरिया भी पार न होता*

दुख का दरिया भी पार न होता
***************************

दुख का दरिया भी पार न होता,
सुख जीवन का सार न होता।

कदमों का चलना रंग लाया,
कसरत का फल बेकार न होता।

फूटी कौड़ी जो आँख न भाये,
मन में आदर सत्कार न होता।

जीने – मरने से कोई न डरता,
अंबर में गर करतार न होता।

मनसीरत नैया डूब जाती,
नौका में जो पतवार न होता।
**************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

47 Views

You may also like these posts

*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
"भलाई"
Dr. Kishan tandon kranti
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
Harminder Kaur
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
शेखर सिंह
- उम्मीद अभी भी है -
- उम्मीद अभी भी है -
bharat gehlot
घरेलू आपसी कलह आज बढ़ने लगे हैं...
घरेलू आपसी कलह आज बढ़ने लगे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
मेरा कमरा जानता है
मेरा कमरा जानता है
Shakuntla Shaku
उसके जाने से
उसके जाने से
Shikha Mishra
''दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।
''दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।
*प्रणय*
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
Sonam Puneet Dubey
भैया  के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पुष्पों का पाषाण पर,
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
Shweta Soni
"भारत का गौरव गान है हिंदी"
राकेश चौरसिया
मन के सवालों का जवाब नाही
मन के सवालों का जवाब नाही
भरत कुमार सोलंकी
गर्व हमें है ये भारत हमारा।
गर्व हमें है ये भारत हमारा।
Buddha Prakash
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम काफ़ी हो
तुम काफ़ी हो
Rekha khichi
मै और हालात
मै और हालात
पूर्वार्थ
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
जिन बातों को सह गए,हम  पाने को चैन
जिन बातों को सह गए,हम पाने को चैन
Dr Archana Gupta
खुदा याद आया ...
खुदा याद आया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
Dr. Rajeev Jain
3004.*पूर्णिका*
3004.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गर्मी
गर्मी
Rajesh Kumar Kaurav
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
Bhupendra Rawat
जिसका हम
जिसका हम
Dr fauzia Naseem shad
sp130 पुरस्कार सम्मान
sp130 पुरस्कार सम्मान
Manoj Shrivastava
रक्षा दल
रक्षा दल
Khajan Singh Nain
संवेदना -जीवन का क्रम
संवेदना -जीवन का क्रम
Rekha Drolia
Loading...