Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2024 · 1 min read

दुआएँ मिल जाये यही काफी है,

दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती हैं।

51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
"इबारत"
Dr. Kishan tandon kranti
*हे तात*
*हे तात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
Lokesh Sharma
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
PRADYUMNA AROTHIYA
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
लाख कर कोशिश मगर
लाख कर कोशिश मगर
Chitra Bisht
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
Keshav kishor Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
Krishna Manshi
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
VINOD CHAUHAN
कितनी प्यारी प्रकृति
कितनी प्यारी प्रकृति
जगदीश लववंशी
सोचा था सन्तान ही,
सोचा था सन्तान ही,
sushil sarna
"पिता दिवस: एक दिन का दिखावा, 364 दिन की शिकायतें"
Dr Mukesh 'Aseemit'
कलमबाज
कलमबाज
Mangilal 713
"उडना सीखते ही घोंसला छोड़ देते हैं ll
पूर्वार्थ
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
ढलता सूरज गहराती लालिमा देती यही संदेश
ढलता सूरज गहराती लालिमा देती यही संदेश
Neerja Sharma
शहर में ताजा हवा कहां आती है।
शहर में ताजा हवा कहां आती है।
करन ''केसरा''
#पर्व_का_सार
#पर्व_का_सार
*प्रणय प्रभात*
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
Swami Ganganiya
*श्री सुंदरलाल जी ( लघु महाकाव्य)*
*श्री सुंदरलाल जी ( लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लहजा
लहजा
Naushaba Suriya
हमारा मन
हमारा मन
surenderpal vaidya
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
23/196. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/196. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...