दीवाना
ख्वाब तेरे हमेशा ही आते रहे
मुझको दीवाना सच में बनाते रहे
कल तलक तो यक़ीं तुमको था ही नहीं
आज भी तुम हमें आज़माते रहे
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
ख्वाब तेरे हमेशा ही आते रहे
मुझको दीवाना सच में बनाते रहे
कल तलक तो यक़ीं तुमको था ही नहीं
आज भी तुम हमें आज़माते रहे
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा