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21 Feb 2024 · 1 min read

दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।

दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
मेरे इरादो को कोई नाकाम बना नहीं सकता।
मैं वो चट्टान हूं जो कभी हार मानती ही नहीं ।
मेरी हती को खुदा के सिवा कोई मिटा सकता नही ।
Phool gufran

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