“दीपावली की शुभकामना”
“दीपावली की शुभकामना”
जलाओ दीप खुशिओं के ,मिलन के गीत तुम गाओ !
लगाओ तुम गले सबको ,सभी को मीत तुम मानो !!
रुके नहीं जश्न वर्षों भर, सदा हो प्यार की बारिश !
सजायें प्यार का गुलशन, गुजें हर रात ये आतिश !!
यही शुभकामना कर लूँ ,करूँ मैं सब का अभिनंदन !
सभी विजयी रहें जग में , लगाऊँ भाल में चन्दन !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल