Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

दीपावली की दीपमाला

दीपावली की दीपमाला

दीवाली पर्व है जीवन को रोशनी से जगमगाने का,
पर्व, जीवन के अंधेरों को रोशनी से मिटाने का ।

दीवाली प्रतीक है जीवन में प्रकाश के रंग भरने का,
जीवन में खुशी, उल्लास और उमंग भरने का ।

फिर दीप जलाने का रिकॉर्ड बनाना लक्ष्य क्यों हो गया ?
आज रोशनी के त्योहार का मूलभाव कहाँ खो गया ?

वक्त के साथ शुरू हो गए हैं ये कैसे सिलसिले ?
कि लाखों चूल्हे बुझे हैं पर हैं लाखों दीप जले ।

लगता है वेलफेयर स्टेट का ध्येय अब ठीक नहीं रहा,
रोशनी का त्योहार जीवन रोशन करने का प्रतीक नहीं रहा ।

जनहित की सरकार है तो संकल्प यह उठाना होगा,
लाखों दीपों से पहले बुझे हुए चूल्हों को जलाना होगा ।

भूखों के चूल्हे जला कर जीवन रोशन करने में हो विश्वास,
ना कि हो लाखों दिए जला रिकॉर्ड बनाने का प्रयास ।

92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Khajan Singh Nain
View all
You may also like:
"तृष्णाओं का घर"
Dr. Kishan tandon kranti
खो दोगे
खो दोगे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
उसने  कहा जो कुछ  तो   पहले वो
उसने कहा जो कुछ तो पहले वो
shabina. Naaz
जमाना है
जमाना है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*देखो ऋतु आई वसंत*
*देखो ऋतु आई वसंत*
Dr. Priya Gupta
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
स्नेहों की छाया में रहकर ,नयन छलक ही जाते हैं !
स्नेहों की छाया में रहकर ,नयन छलक ही जाते हैं !
DrLakshman Jha Parimal
ज़िंदगी जी भर जी कर देख लिया मैंने,
ज़िंदगी जी भर जी कर देख लिया मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारी खुशी हमारी सोच पर निर्भर है। हम शिकायत कर सकते हैं कि
हमारी खुशी हमारी सोच पर निर्भर है। हम शिकायत कर सकते हैं कि
Ranjeet kumar patre
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
Rj Anand Prajapati
#स्मृति_के_गवाक्ष_से-
#स्मृति_के_गवाक्ष_से-
*प्रणय*
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
Kumar Kalhans
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Lucky Number Seven!
Lucky Number Seven!
R. H. SRIDEVI
यह क्या है?
यह क्या है?
Otteri Selvakumar
**** बातें दिल की ****
**** बातें दिल की ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रतीक्षा में गुजरते प्रत्येक क्षण में मर जाते हैं ना जाने क
प्रतीक्षा में गुजरते प्रत्येक क्षण में मर जाते हैं ना जाने क
पूर्वार्थ
"" *प्रताप* ""
सुनीलानंद महंत
वृद्धाश्रम इस समस्या का
वृद्धाश्रम इस समस्या का
Dr fauzia Naseem shad
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
संवेदनाएं
संवेदनाएं
Buddha Prakash
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भूल भूल हुए बैचैन
भूल भूल हुए बैचैन
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
तोड़ सको तो तोड़ दो,
तोड़ सको तो तोड़ दो,
sushil sarna
प्रीत निभाना
प्रीत निभाना
Pratibha Pandey
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
Loading...