Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2024 · 1 min read

दीपावली उत्सव

विषय – दीपोत्सव
लेखक – डॉ अरूण कुमार शास्त्री
शीर्षक – जग चानन होया
विद्या – स्वच्छंद काव्य

दीपों की बारात निकली है ।
दिवाली की रात सजीली है ।
चारों ओर जगमगाती हुई ।
दीपों की यह रोशनी लाजवाब है।

धन और सुख की वर्षा हो ।
इस दिवाली पर सबको खुशी मिले ।
हर घर में उजाला हो ।
दिवाली की शुभकामनाएं आपको ।

दीप जलाएं, दुआएं मांगें ।
इस दिवाली पर अपनों को याद करें ।
नई उमंग, नई आशा लाए ।
दिवाली की रात सपने सजाए।

दीपों की रोशनी में खुशियाँ मनाएं ।
दिवाली की शुभकामनाएं आपको ।
इस दिवाली पर सबको सुख मिले ।
दीपों की यह रोशनी लाजवाब है।

दिवाली की रात है जगमगाई ।
दीपों की यह रोशनी सबके मन भायी।
हर घर में खुशियाँ है लाई।
दिवाली की शुभकामनाएं आपको ।

©️®️

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
पूर्वार्थ
दिल को दिल से खुशी होती है
दिल को दिल से खुशी होती है
shabina. Naaz
"कामदा: जीवन की धारा" _____________.
Mukta Rashmi
तुम और बिंदी
तुम और बिंदी
Awadhesh Singh
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हाइकु .....चाय
हाइकु .....चाय
sushil sarna
फूल अब शबनम चाहते है।
फूल अब शबनम चाहते है।
Taj Mohammad
3205.*पूर्णिका*
3205.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
Rajiv Verma
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
फ़ासले जब
फ़ासले जब
Dr fauzia Naseem shad
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
*📌 पिन सारे कागज़ को*
*📌 पिन सारे कागज़ को*
Santosh Shrivastava
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
Dinesh Kumar Gangwar
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
डॉक्टर रागिनी
न्याय होता है
न्याय होता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कैसी यह रीत
कैसी यह रीत
Dr. Kishan tandon kranti
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#गीत :--
#गीत :--
*प्रणय*
चमकता तो मैं भी चाँद की तरह,
चमकता तो मैं भी चाँद की तरह,
Bindesh kumar jha
*कृष्ण की दीवानी*
*कृष्ण की दीवानी*
Shashi kala vyas
मुखौटा!
मुखौटा!
कविता झा ‘गीत’
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
DrLakshman Jha Parimal
यदि हमें अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन करना है फिर हमें बाहर
यदि हमें अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन करना है फिर हमें बाहर
Ravikesh Jha
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कमजोर से कमजोर स्त्री भी उस वक्त ताकतवर हो जाती है जब उसे,
कमजोर से कमजोर स्त्री भी उस वक्त ताकतवर हो जाती है जब उसे,
Ranjeet kumar patre
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भगवा रंग छाएगा
भगवा रंग छाएगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
Loading...