दिल
दिल है ये…
दिल क्या तुम खीसे में रखते नहीं हो
दिल की बातों को क्या अकसरहां
समझते नहीं हो?
बस लिय चलते हैं हम तो
सीने पे दिल बाजू पे दिल का अक्स,
क्या तुम कुछ भी समझते नहीं हो?
~ सिद्धार्थ
दिल है ये…
दिल क्या तुम खीसे में रखते नहीं हो
दिल की बातों को क्या अकसरहां
समझते नहीं हो?
बस लिय चलते हैं हम तो
सीने पे दिल बाजू पे दिल का अक्स,
क्या तुम कुछ भी समझते नहीं हो?
~ सिद्धार्थ