दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
जब कोई न अपना,तो खुद को ही सिकन्दर बना लिया।
रहती खुद में मस्त,खुद को मस्त-कलन्दर बना लिया।
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
जब कोई न अपना,तो खुद को ही सिकन्दर बना लिया।
रहती खुद में मस्त,खुद को मस्त-कलन्दर बना लिया।
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक