Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2024 · 1 min read

दिल तुझे

जिस्म से रूह को जुदा कहता ,
दिल तुझे कैसे अलविदा कहता ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 83 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

मेरे उर के छाले।
मेरे उर के छाले।
Anil Mishra Prahari
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर लेता है उसको दूसरा कोई कि
जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर लेता है उसको दूसरा कोई कि
Rj Anand Prajapati
प्यारी भाषा हिंदो
प्यारी भाषा हिंदो
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अगर प्यार करना गुनाह है,
अगर प्यार करना गुनाह है,
Dr. Man Mohan Krishna
चाहता हूं
चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आशा
आशा
Mamta Rani
दिल कहे..!
दिल कहे..!
Niharika Verma
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
#दोहा
#दोहा
*प्रणय*
बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो
बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो
इशरत हिदायत ख़ान
4715.*पूर्णिका*
4715.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मतदान
मतदान
Dr Archana Gupta
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*बातें कुछ लच्छेदार करो, खुश रहो मुस्कुराना सीखो (राधेश्यामी
*बातें कुछ लच्छेदार करो, खुश रहो मुस्कुराना सीखो (राधेश्यामी
Ravi Prakash
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
Dr fauzia Naseem shad
"जरा सोचो"
Dr. Kishan tandon kranti
दीया और बाती
दीया और बाती
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
बुंदेली दोहा- पैचान१
बुंदेली दोहा- पैचान१
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
Kapil Kumar Gurjar
लम्बी लम्बी श्वासें
लम्बी लम्बी श्वासें
Minal Aggarwal
दूर मजदूर
दूर मजदूर
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
होली यादगार बनाइए
होली यादगार बनाइए
Sudhir srivastava
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सरस्वती, की कहु हम
सरस्वती, की कहु हम
श्रीहर्ष आचार्य
आप तनाव में तनिक मत रहो,
आप तनाव में तनिक मत रहो,
Ajit Kumar "Karn"
I
I
Ranjeet kumar patre
Loading...