Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2024 · 1 min read

दिल तक रखते

दिल के हर एहसास को
दिल तक रखते ,
भला ऐसा सलीक़ा हम
कहां तक रखते ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैं अपनी सेहत और तरक्की का राज तुमसे कहता हूं
मैं अपनी सेहत और तरक्की का राज तुमसे कहता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आदमी कई दफ़ा झूठ बोलता है,
आदमी कई दफ़ा झूठ बोलता है,
Ajit Kumar "Karn"
"बेजुबान"
Pushpraj Anant
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
आर.एस. 'प्रीतम'
तस्वीर बनाना
तस्वीर बनाना
Dr fauzia Naseem shad
वो बदल रहे हैं।
वो बदल रहे हैं।
Taj Mohammad
हिंदी दिवस विशेष
हिंदी दिवस विशेष
Shubham Anand Manmeet
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
22, *इन्सान बदल रहा*
22, *इन्सान बदल रहा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
* मुस्कुराने का समय *
* मुस्कुराने का समय *
surenderpal vaidya
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"परिवर्तनशीलता"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं हूँ आज यहाँ दूर
मैं हूँ आज यहाँ दूर
gurudeenverma198
कृष्ण जन्म / (नवगीत)
कृष्ण जन्म / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शिक्षकों को प्रणाम*
शिक्षकों को प्रणाम*
Madhu Shah
"It’s dark because you are trying too hard. Lightly child, l
पूर्वार्थ
नई सोच नया विचार
नई सोच नया विचार
कृष्णकांत गुर्जर
■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम
■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम
*प्रणय प्रभात*
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तालाश
तालाश
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🌹 इस्लाम  ने  मोहब्बत  का  पैगा़म दिया  है  ।
🌹 इस्लाम ने मोहब्बत का पैगा़म दिया है ।
Neelofar Khan
लघुकथा कौमुदी ( समीक्षा )
लघुकथा कौमुदी ( समीक्षा )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...