*दिल चाहता है*
लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री
विषय तेरी मेरी कहानी
भाषा हिंदी
विधा स्वच्छंद कविता
शीर्षक दिल चाहता है
तेरी मेरी कहानी हो गई यूं तो बहुत पुरानी ।
लेकिन जब तक सूरज चांद रहेगें
दोहरायेंगे नाना नानी ।
प्यार तो मरता नहीं ये जिंदगी के साथ है।
दिल धड़कता ही रहेगा जब तक भावनाएं और एहसास है ।
तुम न रहोगे हम न रहेगें फिर भी कहानियां तो रहेंगी।
प्यार करने वालों के इजलास में समर्पित रवानियां तो रहेंगी ।
तेरी मेरी कहानी हो गई यूं तो बहुत पुरानी ।
लेकिन जब तक सूरज चांद रहेगें
दोहरायेंगे नाना नानी ।
छू कर तेरी जुल्फों को जब भी चलेगी ये बयार , खुशबुएं बतलाएंगी मैं ही हूं तेरा प्यार।
आदम हब्बा, लैला मजनू, हीर रांझा कौन हैं भूल भी जायेंगे मगर।
तेरी मेरी कहानी दोहराएंगे सभी अपने अपने प्यार के संग संग हर डगर ।
तेरी मेरी कहानी हो गई यूं तो बहुत पुरानी ।
लेकिन जब तक सूरज चांद रहेगें
दोहरायेंगे नाना नानी ।