दिल का ढहा मकान
दीवारें मन की हिलीं , दिल का ढहा मकान !
रूठा मेरा यार क्या,.. ..रूठा सकल जहान ! !
पड़ जाएगी देश की,…उन्नति मित्रों मंद !
बार-बार होता रहा, यदि यह भारत बंद !!
रमेश शर्मा
दीवारें मन की हिलीं , दिल का ढहा मकान !
रूठा मेरा यार क्या,.. ..रूठा सकल जहान ! !
पड़ जाएगी देश की,…उन्नति मित्रों मंद !
बार-बार होता रहा, यदि यह भारत बंद !!
रमेश शर्मा