दिल का गुस्सा
मुझे बहुत गुस्सा आता है
जब अपने ही बच्चे
खाने की टेबल में
मुझसे कुछ छुपाने के लिए
मुझे ना बताने के लिए
फर्राटे दार अंग्रेजी में बतियाते हैं
मुझे बहुत गुस्सा आता है
जब एक पढ़ी-लिखी मां को
अंग्रेजी ना आने पर
यह तुमसे नहीं हो सकता है
अनपढ़ और गंवार बताते हैं
मुझे बहुत गुस्सा आता है
जब ट्रेन में टी टी आता है
मुझे ना सीट ना मिलने पर
केवल अंग्रेजी आने वालों को
पढ़ा-लिखा बताता है
मुझे बहुत गुस्सा आता है
चुनाव का समय देश का नेता
वोट मांगने के लिए आता है
हाथ जोड़ हिंदी में गिड़गिड़ाता है
हिंदी राजभाषा से राष्ट्रभाषा का
हम सबको वादा कराता है
जीतने के बाद अपना
सब वादा भूल जाता है
आज के इस दौर में
अंग्रेजी के बढ़ते प्रकोप को
आज हम सब मिलकर ही हटाना है
देश की हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाना है
बोलचाल व्यवहार में हिंदी को अपनाना है
हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाकर
देश का मान बढ़ाना है
मौलिक एवं स्वरचित
मधु शाह (१४-९-२२)