दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
मुझे दिल हँसके कहता है यहीं मैं तुझसे पूछूं तो
-Johnny Ahmed क़ैस
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
मुझे दिल हँसके कहता है यहीं मैं तुझसे पूछूं तो
-Johnny Ahmed क़ैस