दिल ए दाग
दिल -ऐ-दाग अपने किसी को दिखाने चाहे ,
वोह तो किसी ने ना देखे ,
मगर हुई जो छोटी से खता भी ,
तो चर्चा आम हो गया.
दिल -ऐ-दाग अपने किसी को दिखाने चाहे ,
वोह तो किसी ने ना देखे ,
मगर हुई जो छोटी से खता भी ,
तो चर्चा आम हो गया.