दिल ए अल्फाज
लबों पे, नाम मेरे, आपका हर बार आया है
गुलिस्ताँ खाक तेरे ख्वाब से, हमने सजाया ह
कहीं पड़ जायें ना,काँटों पे कदमों के निशां तेरे
जहाँ रखे कदम तुमने, वहाँ पे दिल बिछाया है
लबों पे, नाम मेरे, आपका हर बार आया है
गुलिस्ताँ खाक तेरे ख्वाब से, हमने सजाया ह
कहीं पड़ जायें ना,काँटों पे कदमों के निशां तेरे
जहाँ रखे कदम तुमने, वहाँ पे दिल बिछाया है