दिल्ली दरबार
बस दिल्ली में दरबार बा
पूरा देश में हाहाकार बा
एकरा कवनो चिंता नाहीं
आन्हर-बहिर सरकार बा…
(१)
देखल जाला ना तमाशा
खाली होला शोर-शराबा
लागेला कि संसद नाहीं
एगो मछली के बाजार बा…
(२)
ना जनता के हाल एइमें
ना सत्ता से सवाल एइमे
विज्ञापन से भरल सगरी
अब हिंदी के अखबार बा…
(३)
ई अदालत जो अच्छा रहीत
आख़िर काहे दुरदशा होईत
चुनाव आयोग के करतब से
लोकतंत्र बनल खेलवाड़ बा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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