दिल्लगी दिल से होती है।
दिल्लगी दिल से होती है…
बातों से नहीं…!!
मोहब्बत रूह से होती है…
जिस्मों से नहीं…!!
कोई जाकर समझा दे…
उस ज़ालिम को…!!
इश्क में करने को होती…
इतनी आजमाइशें नहीं…!!
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
दिल्लगी दिल से होती है…
बातों से नहीं…!!
मोहब्बत रूह से होती है…
जिस्मों से नहीं…!!
कोई जाकर समझा दे…
उस ज़ालिम को…!!
इश्क में करने को होती…
इतनी आजमाइशें नहीं…!!
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️