दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
“आप दिन की शुरुआत कैसे करते हैं ? मेरे पूछने का मतलब यह है कि आप सुबह सोकर उठते ही सबसे पहले क्या ,करते हैं ?” साक्षात्कार बोर्ड के अध्यक्ष ने पूछा।
“सर, मैं अपने मम्मी-पापा का चरण-स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लेता हूँ।” उमेश ने कहा।
“क्या ? भगवान का नाम नहीं नहीं लेते हो ?” साक्षात्कार बोर्ड के अध्यक्ष ने आश्चर्य से पूछा।
“लेता हूँ न सर। मम्मी-पापा का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद। सर, मेरे लिए मम्मी-पापा भगवान से भी बढ़कर हैं। मैंने भगवान को तो नहीं देखा, पर ये जितना मेरे लिए करते हैं, शायद भगवान भी नहीं करते।” उमेश ने कहा।
“मिस्टर उमेश, मैं चाहता हूं कि आप आज ही हमारी कंपनी ज्वाइन कर लें।” साक्षात्कार बोर्ड के अध्यक्ष ने मुस्कुराते हुए कहा।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़