दिनांक – २१/५/२०२३
दिनांक – २१/५/२०२३
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मंदिर से शैतान निकलते देखा है।
मस्जिद से हैवान निकलते देखा है।
शूकर को कहता है जो तू शुद्र पशु-
शूकर से भगवान् निकलते देखा है।।
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✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’
दिनांक – २१/५/२०२३
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मंदिर से शैतान निकलते देखा है।
मस्जिद से हैवान निकलते देखा है।
शूकर को कहता है जो तू शुद्र पशु-
शूकर से भगवान् निकलते देखा है।।
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✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’