दिखे काग भी मोर
दौलत से बढकर नही, …….कोई ऱिश्तेदार !
कितना भी कर लीजिए,जी भर कर इन्कार !!
छज्जे पर धनवान के,दिखे काग ज्यों मोर !
त्यों बच्चा धनहीन का, लगे धनी को चोर !!
रमेश शर्मा.
दौलत से बढकर नही, …….कोई ऱिश्तेदार !
कितना भी कर लीजिए,जी भर कर इन्कार !!
छज्जे पर धनवान के,दिखे काग ज्यों मोर !
त्यों बच्चा धनहीन का, लगे धनी को चोर !!
रमेश शर्मा.