दिखावे से खुद को
“किसी को खुश रखने के लिए खुद को कभी न बदले, जैसे हैं वैसे ही रहें, बदलाव दिखावे का नहीं हक़ीक़त का होना चाहिए, इसलिए हमेशा उस बात को ही स्वीकारें जिसे स्वीकारना चाहते हैं, बनावट और दिखावे से खुद को हमेशा दूर रखें, चाहें आपकी विचारधारा को कोई स्वीकार करे या अस्वीकार।”
डाॅ फौज़िया नसीम शाद