दास्तां-ए-दर्द
दास्तां-ए-दर्द
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स्कूल में पढ़ना चाहा तो, ऊंच नीच का पाठ पढ़ा दिया,
गांव से दूर कॉलेज जाना चाहा तो, आवारागर्दी का लेबल लगा दिया,
शीशे में निहारना चाहा तो, चरित्र की हल्की बता दिया,
दोस्ती में लड़कों को शामिल करना चाहा तो, बदचलन बता दिया।।
#seematuhaina