दादी माँ
मेरी आँखों मे मुनव्वर है वो चेहरा अब तक
नूर दिखता है वो आँखों मे हया थी जिनकी
फ़ैसले करना बहुत सोच समझ कर अब तुम
रुख़्सती हो गयी साया था दुआ थी जिनकी
✍️फुज़ैल सरधनवी
मेरी आँखों मे मुनव्वर है वो चेहरा अब तक
नूर दिखता है वो आँखों मे हया थी जिनकी
फ़ैसले करना बहुत सोच समझ कर अब तुम
रुख़्सती हो गयी साया था दुआ थी जिनकी
✍️फुज़ैल सरधनवी