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18 Jan 2023 · 1 min read

दादी माँ

मेरी आँखों मे मुनव्वर है वो चेहरा अब तक
नूर दिखता है वो आँखों मे हया थी जिनकी

फ़ैसले करना बहुत सोच समझ कर अब तुम
रुख़्सती हो गयी साया था दुआ थी जिनकी

✍️फुज़ैल सरधनवी

Language: Hindi
207 Views

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